इंटरनेट क्या है इसका क्या उपयोग है? – Internet Kya Hai In Hindi

दोस्तों आज के इस वर्तमान समय में लगभग सभी के पास एक स्मार्टफोन मौजूद और इसके अंदर सभी लोग पढ़े लिखे हो या फिर अनपढ़ इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।

अपनी पसंद की Videos अथवा Games खेलने के दौरान लोगों के मन में विचार आता है कि आखिर यह Internet Kya hai और किस प्रकार से कार्य करता है।

इसी प्रकार से संबंधित सवालों के जवाब जानने के लिए लोग Google पर जाकर अपने सवालों को Search  करते हैं और आज हम आपको अपनी इस पोस्ट के जरिए ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब बहुत ही आसान शब्दों में देने वाले हैं।

हमें पूर्ण विश्वास है यदि आप हमारी इस पोस्ट के साथ शुरू से लेकर अंत तक बने रहते हैं तो आपको इस Topic से संबंधित आपके मन में चल रहे सभी सवालों के जवाब बहुत ही आसान शब्दों में मिल जाएंगे।

Table of Contents

इंटरनेट क्या है – What Is Internet In Hindi

दोस्तों इंटरनेट मानवीय समाज की सबसे बड़ी खोज मानी जाती है क्योंकि इसने पूरे World को एक साथ जोड़ने का कार्य किया है।

Internet दो शब्दों से मिलकर बना है एक Inter और एक Network , जिसमें Inter शब्द का अर्थ होता है एक दूसरे से जुड़ा होना जबकि Network शब्द का अर्थ जाल होता है।

यह एक ऐसा जाल है जो दुनिया भर के कंप्यूटर को जोड़ने का कार्य करता है और यह सभी कंप्यूटर वायरलेस तरीके से जुड़े होने के बावजूद Data का आदान-प्रदान करते हैं।

इंटरनेट कंप्यूटर का एक Interconnected Network है जिसके अंदर स्थानीय, राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क शामिल होते हैं जिनको सेटेलाइट द्वारा Connect किया जाता है।

इंटरनेट को वर्ष 1970 में DARPA यानी कि Defence advanced Research Project Agency के द्वारा बनाया गया था। इसको बनाने का मुख्य कारण लोगों के पास बिना पहुंचे अपनी जानकारी साझा करना और उनसे कनेक्शन बनाए रखा था।

इंटरनेट कार्य कैसे करता है

दोस्तों आप जब भी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आप हमेशा किसी ब्राउज़र के अंदर वेबसाइट के पर विजिट करते हैं।

यह विभिन्न प्रकार की वेबसाइट आपको URL के रूप में देखने को मिलती है, इसी प्रकार की ब्राउज़र यूआरएल से यह जानकारी प्राप्त होती है कि आप किस प्रकार का Protocol इस्तेमाल कर रहे हैं।

उदाहरण के लिए यदि आप वेबसाइट के अंदर http:// वेबसाइट के शुरुआत में लिखा हुआ देखते हैं तो आप HTTP Protocol का इस्तेमाल कर रहे हैं।

इस प्रोटोकॉल के आधार पर आपका ब्राउज़र Internet Service Provider (ISP) को आपकी Request Send करता है यह ISP आपकी नेटवर्क कंपनी होती है।

आपकी नेटवर्क कंपनी के पास DNS का डाटा उपलब्ध होता है जिसके अंदर ip-address तथा Domain की जानकारी उपलब्ध होती है।

IP Address मिलने के बाद आपकी नेटवर्क कंपनी को आपकी वेबसाइट के सर्वर के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाती है।

और इस Web Page के लिए उस वेबसाइट के सर्वर पर नेटवर्क कंपनी के द्वारा Request Send कर दी जाती है और इस प्रकार Website आपके सामने Open होती है।

यह सभी उपर बताए गए कार्य इतनी तेजी के साथ संपन्न होते हैं कि आपको इसके बारे में पता भी नहीं चलता और आपकी वेबसाइट आपके सामने खुल जाती हैं।

इंटरनेट की परिभाषा क्या होती है

वर्तमान समय में ज्यादातर सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं परंतु उनमें से बहुत ही कम लोगों को इंटरनेट के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त होती हैं।

इंटरनेट की परिभाषा के बारे में बात की जाए तो हम WAN के आधार पर इसकी परिभाषा दे सकते हैं जिसका अर्थ होता है Global Wide Area Network और इसका कार्य दुनियाभर के कंप्यूटर को आपस में जोड़ना होता है।

इसके अंदर बहुत प्रकार की High Bandwidth Data Line मौजूद होती है जोकि इंटरनेट की एक Backbone का कार्य करती हैं।

इन सभी Lines को कनेक्ट किया जाता है इन्टरनेट Hubs के अंदर जोकि डाटा को डिस्ट्रीब्यूट करने का कार्य करती है अन्य लोकेशन पर तथा web Server को।

आपकी नेटवर्क कंपनी आपके और इंटरनेट के बीच एक Middle Man का कार्य करती हैं जो कि आपको केवल फाइबर अथवा अन्य किसी उत्पाद के द्वारा इंटरनेट मुहैया कराती है।

इंटरनेट की फुल फॉर्म क्या होती है(Internet Full Form In Hindi)

यदि आप सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको इसके बारे में जानकारी होनी आवश्यक है जैसे इंटरनेट क्या होता है, और किस प्रकार कार्य करता है, इसका पूरा नाम क्या है।

यदि इंटरनेट की फुल फॉर्म के बारे में जानकारी प्राप्त की जाए तो हम कह सकते हैं की यह एक Interconnected Network हैं जो कि एक विस्तार में फैला हुआ बहुत बड़ा नेटवर्क है।

इस नेटवर्क के अंदर सभी वेब सर्वर World wide जुड़े होते हैं इसलिए इसको World wide Web के नाम से भी जाना जाता है हम इसको एक अन्य नाम सिंपल Web के नाम से भी जानते हैं।

इंटरनेट एक प्रकार का कलेक्शन है इंटरकनेक्टेड नेटवर्क का हम इसको नेटवर्क ऑफ नेटवर्क का कलेक्शन भी कह सकते हैं जोकि इंटरकनेक्टेड गेटवे और रुटर्स को आपस में कनेक्ट करके बनाया जाता है।

इंटरनेट का पुराना नाम क्या था

दोस्तों शुरुआती समय में जब इंटरनेट की खोज की गई तब इसको इंटरनेट के नाम से नहीं जाना जाता था जबकि इसको ARPANET यानी कि Advance Research Project Agency Network के रूप में विकसित किया गया था जिसको हम बाद में इंटरनेट के नाम से जानने लगे।

इंटरनेट शुरुआत में कुछ सीमित संस्थानों के लिए सीमित रखा गया था जैसे कि शैक्षिक संस्थान अथवा अनुसंधान संगठन इत्यादि।

इंटरनेट की शुरुआत कब से हुई

इंटरनेट को शुरुआती समय में नेटवर्क ऑफ नेटवर्क का नाम दिया गया तथा वर्ष 1983 में इसकी शुरुआत की गई इसको प्रारंभ करने का श्रेय मुख्य रूप से ARPANET को जाता है।

इंटरनेट की खोज किसने की

इंटरनेट की खोज का श्रेय सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं दिया जा सकता इसके लिए सभी लोगों ने मिलकर अथवा एक संगठन ने एक साथ कार्य को मिलकर पूरा किया जिसमें इंजीनियर और साइंटिस्ट शामिल रहे।

वर्ष 1957 में अमेरिका के अंदर ARPA यानी कि Advanced Research Projects Agency की स्थापना की गई इसका उद्देश्य मुख्य रूप से एक ऐसी टेक्नोलॉजी को Develop करना था जो एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ सके।

वर्ष 1969 मैं इसी एजेंसी के द्वारा एक अन्य एजेंसी ARPANET की स्थापना की गई जिसने कंप्यूटर को आपस में जोड़ने का कार्य किया और यहीं से इंटरनेट के क्षेत्र में एक नई क्रांति शुरू हुई।

वर्ष 1980 तक आते-आते इस सर्विस का नाम इंटरनेट कर दिया गया और साथ ही Vinton Cerf और Robert Kahn ने TCP/IP protocol को दुनिया के सामने रख दिया|

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भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब हुई

भारत में इंटरनेट की शुरुआत सबसे पहले विदेशी संचार निगम लिमिटेड ने टेलीफोन लाइनों के द्वारा कि थी और यह कार्य 15 अगस्त को 1995 में किया गया था।

भारत के अंदर जब शुरुआती समय में इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया था तब मात्र 20 से 25 कंप्यूटर को एक साथ जोड़ा गया था उस समय केवल इंटरनेट का इस्तेमाल जरूरी सूचनाओं का आदान प्रदान करने के लिए किया जाता था।

शुरुआती समय में भारत के अंदर केवल कुछ मुख्य बड़े-बड़े संस्थानों और कॉलेज को भी इंटरनेट से जोड़ा गया था तथा उस समय इंटरनेट की स्पीड भी काफी कम थी।

भारत के अंदर इंटरनेट में क्रांति 90 के दशक में आई तथा वहां से इसका इस्तेमाल प्रतिदिन तेजी से बढ़ता चला गया और इसकी पहुंच लगभग वर्तमान समय में भारत के कोने कोने में मौजूद हैं।

इंटरनेट का इतिहास

यदि इंटरनेट के इतिहास के बारे में संक्षिप्त रुप से बात करें तो सबसे पहले इंटरनेट की शुरुआत अमेरिका सेना ने रक्षा विभाग में की थी, वर्ष 1969 में ARPANET द्वारा एक Networking Project Launch किया गया।

इसका इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति में आपनी  गोपनीय सूचनाओं को अपने व्यक्तियों तक सावधानीपूर्वक पहुंचाने के लिए किया जाता था, कुछ समय बाद ही इंटरनेट से मिलने वाले लाभों का इस्तेमाल शोधकर्ता, वैज्ञानिक, मिलिट्री के लोग भी करने लगे।

इंटरनेट की शुरुआत सबसे पहले Vinton Gray Cerf और Bob kahn के द्वारा वर्ष 1970 में की गई और इन्हीं को इंटरनेट का जनक कहा जाने लगा।

इसके बाद इंटरनेट के अंतर्गत एक नई क्रांति तब आई जब रेटॉमलिंसन ने वर्ष 1972 अपना एक ईमेल अन्य किसी व्यक्ति को सेंड किया। इसके बाद ब्रिटिश सरकार अपने डाकघर में इंटरनेट के उपयोग से प्रौद्योगिकी को एक नया आयाम देने लगी जिससे कंप्यूटर क्षेत्र में तेजी से विकास होने लगा।

इसके बाद वर्ष 1980 में एक अन्य नेटवर्क एनएसएफएनईटी तैयार किया गया जिसने मुख्य रूप से वर्तमान इंटरनेट की नींव रखी आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसी वर्ष बिल गेट्स की माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने अपना एक ऑपरेटिंग सिस्टम दुनिया के सामने पेश किया।

इंटरनेट को प्रत्येक व्यक्ति के लिए वर्ष 1989 मैं खोल दिया गया जिसका इस्तेमाल बहुत बड़े स्तर पर लोगों के द्वारा एक दूसरे से बात करने के लिए और रिसर्च करने के लिए किया जाने लगा।

वर्ष 1990 में वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) की खोज ने इंटरनेट को एक नई दिशा दे दी और इसके बाद इसका विकास दिन पर दिन बहुत ही तेजी से बढ़ता चला गया।

इंटरनेट के लाभ – Advantage Of Internet In Hindi 

देखिए, हम सभी जानते हैं कि इंटरनेट एक बहुत ही अद्भुत चीज है। यही कारण है कि हम अपने घर के आराम से खरीदारी कर सकते हैं, दुनिया भर में दोस्तों और परिवार के संपर्क में रह सकते हैं और असीमित मात्रा में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

लेकिन इंटरनेट के कुछ खास फायदे क्या हैं? यहां महज कुछ हैं:

  • इंटरनेट सूचना के भंडार तक त्वरित पहुंच प्रदान करता है।
  • यह हमें अपने विचारों और विचारों को दूसरों के साथ साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।
  • इंटरनेट हमें दूर रहने वाले मित्रों और परिवार के सदस्यों से जुड़े रहने में मदद करता है।
  • यह हमें अपने घरों के आराम से सामान और सेवाएं खरीदने की अनुमति देता है।
  • इंटरनेट नई चीजों को सीखना पहले से कहीं ज्यादा आसान बना देता है।

इंटरनेट के नुकसान – Disadvantage of Internet In Hindi

  • आप शायद यह नहीं जानते होंगे, लेकिन इंटरनेट का उपयोग करने के कुछ नुकसान भी हैं। सबसे पहले, यह नशे की लत हो सकता है। एक बार जब आप वेब ब्राउज़ करना शुरू कर देते हैं, तो इसे रोकना कठिन होता है। और इससे पहले कि आप इसे जानें, घंटे बीत चुके हैं और आपने कुछ भी हासिल नहीं किया है।
  • दूसरे, इंटरनेट व्याकुलता का स्रोत हो सकता है। यदि आप काम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो ध्यान केंद्रित करना कठिन है, जब बहुत सारी आकर्षक वेबसाइटें आपके अन्वेषण के लिए प्रतीक्षा कर रही हैं।
  • अंत में, इंटरनेट नकारात्मकता के लिए एक प्रजनन स्थल हो सकता है। ऐसे लोगों को ढूंढना आसान है जो आलोचना करने और शिकायत करने में प्रसन्न हों, और यह वास्तव में हतोत्साहित करने वाला हो सकता है।

तो इंटरनेट अच्छा है या बुरा? खैर, इसका जवाब देना मुश्किल सवाल है। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसका उपयोग कैसे करते हैं। लेकिन इस शक्तिशाली उपकरण का उपयोग करने में शामिल जोखिमों से अवगत होना महत्वपूर्ण है |

इंटरनेट का सुरक्षित उपयोग कैसे करें?

यहाँ ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें और उन्हें बार-बार बदलें।
  • अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी ऐसे व्यक्ति के साथ साझा न करें जिसे आप नहीं जानते हैं।
  • सावधान रहें कि आप अपने कंप्यूटर पर क्या डाउनलोड और इंस्टॉल करते हैं।
  • अपने कंप्यूटर की सुरक्षा के लिए एंटी-वायरस और एंटी-स्पाइवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें
  • सावधान रहें कि आप सोशल मीडिया वेबसाइटों पर क्या पोस्ट करते हैं—पोस्ट करने से पहले सोचें!
  • अपने कंप्यूटर को हैकर्स से बचाने के लिए फ़ायरवॉल का उपयोग करें।
  • बेस्वाद वेबसाइटों से दूर रहें और उनसे कुछ भी डाउनलोड न करें।

अंतिम शब्द

दोस्तों आज हमने इंटरनेट से संबंधित सभी सवालों के जवाब जानने की कोशिश की है जो आपके मन में चलते रहते हैं, हमने अपनी इस पोस्ट में उन सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है जिन सवालों के जवाब आप प्राप्त करने के लिए उत्सुक रहते हैं।

हमने आज इस पोस्ट के अंदर इंटरनेट क्या है, इंटरनेट किस प्रकार कार्य करता है, इंटरनेट की शुरुआत कब और कैसे हुई, इंटरनेट की खोज किसने तथा किस प्रकार की।

भारत में इंटरनेट की शुरुआत कब और किसके द्वारा की गई जैसे आपके मन में आने वाले सभी सवालों के जवाब बहुत ही आसान शब्दों में देने की पूरी पूरी कोशिश की गई हैं।

हमें पूर्ण विश्वास है कि हमने आपके मन में आने वाले इंटरनेट से संबंधित सभी सवालों के जवाब सफलतापूर्वक दिए हैं और यदि आपका कोई सवाल या फिर हमारे लिए कोई सुझाव बचा हुआ है तो आप हमारे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ ) : Internet Kya Hai In Hindi

Q1. इंटरनेट कितने प्रकार का होता है?

Ans : इंटरनेट को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा गया जिनको Internet और Extranet के नाम से जाना जाता है।

Q2. इंटरनेट क्या है और इसका क्या उपयोग हैं?

Ans : इंटरनेट मुख्य रूप से विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर को आपस में जोड़ने का एक साधन है जिससे सूचनाओं को आसानी से आदान-प्रदान किया जा सके और इसका मुख्य उपयोग एक दूसरे की सूचनाओं को गोपनीय तरीके से एक दूसरे के पास पहुंचाना होता है।

Q3. इंटरनेट क्या है?

Ans : इंटरनेट पूरी दुनिया में आपस में जुड़े हुए कंप्यूटरों का एक नेटवर्क है जिसे ग्लोबल वाइड एरिया नेटवर्क के नाम से जाना जाता है तथा इसको हम अपनी सिंपल भाषा में नेट के नाम से भी जानते हैं।

Q4. इंटरनेट के अविष्कारक कौन है?

Ans : इंटरनेट के अविष्कारक टिम बर्नर्स ली को माना जाता है इन्होंने इंटरनेट की शुरुआत वर्ष 1969 में की थी।

Q5. भारत में इंटरनेट कौन लाया?

Ans : भारत में इंटरनेट की शुरुआत 15 अगस्त 1995 में विदेशी संचार निगम लिमिटेड ने की थी।

Q6. भारत में इंटरनेट का जनक कौन है?

Ans : भारत के अंदर ब्रिजयेंद्र कुमार सिंगल को इंटरनेट क्रांति लाने का श्रेय दिया जाता है और इन्हीं को भारत इंटरनेट का जनक माना जाता है।   

मेरा नाम शनि कुमार सैनी है मुझे इंटरनेट के जरिये लोगो के साथ जानकारी साझा करना अच्छा लगता है मैं इस ब्लॉग के जरिये लोगो के साथ टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन पैसे कमाने का तरीका शेयर करता हु

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