ऑब्जेक्ट ओरिएंडेड प्रोग्रामिंग क्या है – Object Oriented Programming Kya Hai

Object Oriented Programming Kya Hai आज के इस टेक्नोलॉजी दुनिया में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की डिमांड काफी ज्यादा है ऐसे में अगर आपको ये नहीं पता की ऑब्जेक्ट ओरिएंडेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है या फिर Object Oriented Programming Language Kya Hai इसके बारे में आपको न हो तो ये ठीक नहीं होगा क्युकी ज्यादातर कोडिंग लैंग्वेज ऑब्जेक्ट ओरिएंडेड ही है और OOP हर जगह है क्युकी बहुत से कंप्यूटर प्रोग्राम का बहुत सा कंटेंट हाई लेवल ऑब्जेक्ट ओरिएंड्स लैंग्वेज पर ही बना हुआ है इसलिए अगर आपको नहीं पता की What is object oriented programming in Hindi यानि की ऑब्जेक्ट ओरिएंडेड प्रोग्रामिंग क्या है तो आज हम इसी के बारे में बात करने वाले है और साथ ही ये भी जानेंगे की ऑब्जेक्ट ओरिएंडेड प्रोग्रामिंग के फायदे और नुकसान क्या क्या है इस आर्टिकल को आखिरी तक जरूर पढियेगा इसमें आपके सभी सवाल के जबाब मिल जायेंगे |

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग क्या है – What is Object Oriented Programming in Hindi

सीधी भाषा में समझा जाये तो हमारे चारो तरह जो कुछ भी है वो ऑब्जेक्ट है और यही OOP का सिद्धांत है ये प्रोग्रामिंग के अधिकांश Complex भाग में से एक है लेकिन हम इसे समझने का कोशिश तो कर ही सकते है ये कंप्यूटर प्रोग्राम्स को लिखने का ऐसा तरीका है जिसमे Object का इस्तेमाल किया जाता है और ये ऑब्जेक्ट होते है Data और Methods ये ऑब्जेक्ट इनफार्मेशन का ऐसा कलेक्शन होता है जिसे Singular NTT की तरह व्यवहार किया जाता है इसमें Pre Object के रूप में क्लासेज होती है जिसमे attributes की लिस्ट होती है जब इन Attributes को Define कर दिया जाता है तो ये Object बन जाती है |

Object Oriented Programming Kya Hai

इसे एक उदाहरण से समझा जाये तो जिसमे की Chess गेम की प्रोग्रामिंग करनी है इसमें Class है Piece और Piece में attribute की एक लिस्ट है जिसमे Color , Height , Shape और Movement अनुमत है इसमें हमारे पास एक Object King है इस Object के पास चारो Attributes के परिभाषा है यानि Color White , Height Tall , Shape Cylindrical और Movement अनुमत है |

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग की संरचना

1 . Classes

यूजर define डेटा टाइप्स होती है जो Individual Objects , Attributes और Methods के लिए Blue Print का काम करती है |

2 . Methods

Methods ऐसे फंक्शन होते है जो Class के अन्य परिभाषित होते है और Object का बर्ताव वर्णन करते है |

3 . Attributes

Attributes Class Template में Define होते है और Objects के State को प्रतिनिधित्व करते है

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के फायदे

  • इस प्रोग्रामिंग में parallel development होता है यानि एक प्रोग्राम के भिन्न पार्ट अलग से Develop हो सकते है
  • इस दौरान Object Oriented Principal के Under Function भी कर सकते है इससे Large Development  Teams के लिए काफी आसान हो जाता है
  • इसमें Code मैंटेन करना काफी आसान है
  • ये बहुत Secure है
  • ये एप्लीकेशन को Objects और Classes में Brake कर देती  है जिससे एप्लीकेशन को ज्यादा  modular structure मिलती है
  • Modular Code पढ़ने में आसान रहते है इन्हे मैंटेन करना भी आसान रहता है
  • ये आसानी से upgradable और इसकी protective हाई है क्युकी प्रोग्राम मल्टीपल Library और Reusable करने नया प्रोग्राम Quickly बना सकते है
  • ये काफी Flexible भी है

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के नुकसान

  • डेवलपर के अनुसार OOP सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के डेटा Components पर ज्यादा absciss करती है और कम्पुटिएशन या अल्गोरिदम पर Inaf फोकस नहीं करती
  • OOP Code लिखने में ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड हो सकते है और इसे Compile करने में ज्यादा टाइम भी लग सकता है ये लैंग्वेजेज और दूसरे लैंग्वेजेज जितनी पारदर्शी नहीं है
  • OOP Languages बहुत ही Modular और Scalable होती है इसलिए बिना क्लियर इसे डिज़ाइन किये शुरू करना मुशीबत बन सकती है इसमें एक निपुण प्रोग्राम क्रिएट करने के लिए सॉलिड प्लान होना बहुत जरुरी है |

निष्कर्ष

तो दोस्तों मुझे आज का ये आर्टिकल Object Oriented Programming Kya Hai जरूर पसंद आयी होगी अगर आयी है तो मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर बताये और साथ ही अपने सोशल मीडिया पर भी जरूर साझा करे |

मेरा नाम शनि कुमार सैनी है मुझे इंटरनेट के जरिये लोगो के साथ जानकारी साझा करना अच्छा लगता है मैं इस ब्लॉग के जरिये लोगो के साथ टेक्नोलॉजी और ऑनलाइन पैसे कमाने का तरीका शेयर करता हु

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